रविवार यानि 2 जनवरी को पीएम मोदी मेरठ पहुंचे। उन्होंने वहां पर मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। पीएम के साथ इस दौरान प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। वहीं प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, “मेरठ और आसपास के इस क्षेत्र ने स्वतंत्र भारत को भी नई दिशा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। राष्ट्ररक्षा के लिए सीमा पर बलिदान हों या फिर खेल के मैदान में राष्ट्र के लिए सम्मान, राष्ट्रभक्ति की अलख को इस क्षेत्र ने प्रज्जवलित रखा है”।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, “मेरठ, देश की एक और महान संतान, मेजर ध्यान चंद जी की भी कर्मस्थली रहा है। कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार का नाम दद्दा के नाम पर किया था। आज मेरठ की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यान चंद जी को समर्पित की जा रही”।
इसी के साथ ही पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा, “पहले की सरकारों में यूपी में अपराधी अपना खेल खेलते थे, माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। हमारे मेरठ और आसपास के क्षेत्रों के लोग कभी भूल नहीं सकते कि लोगों के घर जला दिए जाते थे और पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। पहले की सरकारों के खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे।अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है। पांच साल पहले इसी मेरठ की बेटियां शाम होने के बाद अपने घर से निकलने से डरती थीं। आज मेरठ की बेटियां पूरे देश का नाम रौशन कर रही हैं”।
इसी दौरान, सीएम योगी ने कहा, “ मैं प्रधानमंत्री जी का आभारी हूं, जिन्होंने देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न का नाम हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में एकलव्य क्रीड़ा कोच की भी स्थापना की है। जो खिलाड़ियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के लिए कोचिंग देने काम करेगा”। मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “2017 में जब से भाजपा की सरकार आई है, प्रदेश में दंगे बंद हो गए हैं। जिस कांवड़ यात्रा को रोक दिया गया था वह कांवड़ यात्रा फिर से शूरू हो गई है। अब यहां कोई बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बन सकता है”।
0 komentar:
Post a Comment