इलाहाबाद विश्वविद्यालय : शिक्षकों के असाधारण अवकाश की मियाद 5 वर्ष से बढ़ाकर 10 वर्ष की गई

 इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के असाधारण अवकाश की मियाद 5 वर्ष से बढ़ाकर 10 वर्ष कर दी गई है। इस पर बीते 26 फरवरी को हुई कार्य परिषद की बैठक में अंतिम मुहर लग गई है। विश्वविद्यालय के कई शिक्षक विभिन्न जगहों पर डायरेक्टर और कुलपति के तौर पर नियुक्त किए जा रहे हैं। इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। 


बैठक में कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैश) के तहत 18 शिक्षकों को स्टेज-1 से स्टेज-2 तथा स्टेज-2 से स्टेज-3 में प्रमोशन के लिफाफे खोले गए। बैठक में विश्वविद्यालय के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति व प्रमोशन से संबंधित नियम बनाया गया। समिति के की ओर से नियमों को अंतिम रूप दिया गया था जिस पर बैठक में अंतिम मुहर लगी। ज्ञात हो कि पिछले 20 वर्षों से तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के प्रमोशन का मसला अटका हुआ है। अब जबकि यह नियम बनाए जा चुके हैं तो उनके प्रोन्नति का रास्ता भी साफ हो गया है । शिक्षकों की डेट ऑफ एलिजिबिलिटी पर भी मुहर लगा दी। इससे 175 शिक्षकों की डेट ऑफ एलिजिबिलिटी के पत्र जारी करने पर सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई। यह मसला भी 2 वर्ष से ज्यादा समय से अटका हुआ था। 

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक की नियुक्ति का लिफाफा भी खोला गया। हिंदी विभाग के डॉ. राजेश गर्ग को एनएसएस समन्वयक नियुक्त किया गया और डॉ. राहुल पटेल को उप समन्वयक नियुक्त किया गया है।  
 

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