Republic Day 2021
आज हमारे देश को आजाद हुए 72 साल हो गए। देखते ही देखते आजादी को 72 साल हो गए। आजादी के बाद के समय और आजादी के पहले के समय में ज़मीन आसमान का अंतर हैं। आज ही के दिन सन् 1950 में हमारा संविधान लागू हुआ था।26 जनवरी Republic Day एक राष्ट्रीय पर्व है, गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी धर्मो के सभी जाति के और सभी समुदाय के लोग इसको एक साथ मनाते हैं।
हमारा देश इस समय एक भयंकर बीमारी से जूझ रहा हैं। जैसा की आप सभी जानते हैं इस समय हम सभी लोग कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं। इसके चलते आज के दिन होने वाले बहुत से खास प्रोग्रामो में बदलाव किया गया हैं।
भारत में हर साल 26 जनवरी को Republic Day मनाते हैं। आज के दिन ही साल 1950 में देश में संविधान लागू हुआ था। Republic Day हमें हमारे वीरों और उनके संघर्ष की याद दिलाता है।
कैसे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने युवाओं की मदद से पूर्ण स्वराज की मांग को प्राप्त किया। यह राष्ट्रीय गौरव का दिन है।
Republic Day के अवसर पर राजपथ पर भव्य गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन होता है। राष्ट्रपति तिरंगा झंडा फहराते हैं।
राष्ट्रगान और ध्वजारोहण के साथ उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है। अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं।
राजपथ पर निकलने वाली झांकियों में भारत की विविधता में एकता की झलक दिखती है। परेड में भारत की तीनों सेना- नौ सेना, थल सेना और वायु सेना की टुकड़ी शामिल होती हैं और सेना की ताकत दिखती है।
कोरोना के प्रति रखने वाली सावधानी को लेकर ही सभी प्रोग्रामो में रखा गया हैं।
आइए जानते हैं क्या बदलाव हुए हैं -
कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन
Republic Day Parade में इंडियन आर्मी का जो दस्ता हिस्सा लेगा वह अभी आर्मी डे 2021 परेड की रिहर्सल कर रहा है। 15 जनवरी को आर्मी डे परेड के बाद की रिहर्सल होगी।
Republic Day परेड में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों के लिए कोविड- बबल बनाया गया है यानी इन्हें जरूरी टेस्ट के बाद आइसोलेट किया गया है। कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जा रहा है।
कोविड बूथ भी बनाए गए
दस्ते की चौड़ाई कम होगी ताकि वह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दूर दूर चल सकें। इस बार परेड में हर दस्ते में कम लोग होंगे। अब तक हर दस्ते में 144 सैनिक होते थे लेकिन इस बार 96 ही होंगे।
परेड में मौजूद और हिस्सा लेने वाले सभी लोग मास्क पहने होंगे। एंट्री और एग्जिट गेट की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। कोविड बूथ भी बनाए जाएंगे जिसमें डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा।
परेड में किया गया बदलाव
Corona Virus के चलते इस बार 26 जनवरी को होने वाली Republic Day Parade में कई बदलाव हुए हैं।
इस बार परेड विजय चौक से शुरू होकर नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी जबकि पहले Republic Day परेड राजपथ से शुरू होकर लाल किले (Red Fort) तक जाती थी।
लंबाई रहेगी आधी से भी कम
परेड देखने का मौका भी इस बार कम लोगों को मिलेगा। जहां हर साल Republic Day परेड देखने 1 लाख 15 हजार लोग मौजूद रहते थे वहीं इस बार 25 हजार लोग ही मौजूद रहेंगे।
हर बार 32 हजार टिकट बेचे जाते थे लेकिन इस बार 7500 लोग ही टिकट खरीद पाएंगे। परेड की लंबाई 8.2 किलोमीटर होती थी लेकिन इस बार विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक यह 3.3 किलोमीटर ही लंबी होगी।
नहीं होंगे बच्चे शामिल
15 साल से ज्यादा उम्र के स्कूली बच्चे ही शामिल होंगे। इस बार Republic Day परेड में छोटे बच्चे हिस्सा नहीं लेंगे।
परेड देखने के लिए स्कूली बच्चों के लिए अलग से एनक्लोजर भी इस बार नहीं होगा। दिव्यांग बच्चे भी इस बार शामिल नहीं होंगे।
इस बार खड़े होकर परेड देखने का इंतजाम नहीं होगा। जितनी सीटें होंगी उतने ही लोगों की इजाजत होगी।
तिरंगे से जुड़ी जानकारी -
तिरंगे को 15 अगस्त 1947 और 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया। इसके बाद भारतीय गणतंत्र ने इसे अपनाया।
तिरंगे की चौड़ाई का अनुपात इसकी लंबाई के साथ 2 और 3 का है। सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है।
यह चक्र अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्तंभ पर बना हुआ है। भारत के संविधान को बनाने में दो साल और 11 महीने लगे।
1955 में Republic Day पर पहली परेड आयोजित की गई थी।
2 साल, 11 महीने और 18 दिन में यह तैयार हुआ था। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
संविधान को लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया, क्योंकि 1930 में इसी दिन कांग्रेस के अधिवेशन में भारत को पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई थी।
26 जनवरी यानी Republic Day का दिन हमारे लिए बहुत गर्व का दिन हैं। इस दिन सभी लोग सुबह से ही उत्सुक नज़र आते हैं। सभी बच्चे आज के दिन(Republic Day) आपने हाथो में तिरंगा लिए रहते हैं। स्कूलो, काॅलजों, दफ्तरों आदि में आज के दिन तिरंगा फैहराया जाता हैं। इस दिन प्रतियोंगिताएं आदि भी होती हैं।
Happy 72th Republic Day
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