वो रात जब दहल गई थी मुंबई!
- मुंबई आतंकी हमले की 11वीं बरसी
- मुंबई के लिए काला दिन था 26/11 का
आतंकी हमला
- जानें उस खौफनाक रात की पूरी कहानी
- 26/11 को दहल गई थी मायानगरी
- आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया था
- आतंकी हमले में 160 बेकसूर लोग मारे गए थे
- आतंकियों ने 3 दिन तक बनाया था मुंबई को
बंधक
- 10 आतंकियों ने दिया था घटना को अंजाम
- आतंकी अजमल कसाब निभा रहा था लीड रोल
- आतंकी हाफिज सईद, कसाब को देर रहा था
निर्देश
- सारे आतंकी पाकिस्तान से समुद्री रास्ते
से आए थे
- शहीद ATS चीफ करकरे को मिला था अशोक चक्र
मुंबई में आतंक की उस काली रात को भला कौन भूल सकता हैं.. उस दिन ना केवल मुंबई बल्कि पूरा देश हिल गया था.. हम बात कर रहे हैं.. 26 नवंबर को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बारे में.. इस दिन मुंबई को रोकने और डराने की पूरी कोशिश की गई थी.. उस रात को मुंबई को आतंकियों ने 3 दिन तक बंधक बनाकर रखा था.. इस आतंकी हमले में 160 बेकसूर लोगों की जान गई थीं.. वहीं कई लोग घायल हुए थे.. उस आतंकी हमले में सभी आतंकी मारे गए थे.. लेकिन एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया था.. और वो था अजमल कसाब.. तो आइये जानते हैं कि मुंबई की उस रात को क्यों काली रात कहा जाता है.. और क्यों हुआ था मुंबई में आतंकी हमला.
26 नवंबर 2008 को
मुंबई पर हुए आतंकी हमले को 11 साल बीत चुके हैं. आज पूरा देश 26/11
हमले की 11वीं बरसी मना रहा है.. देश उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा
है, जो आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे.. आपको बता दें कि 26/11 को
हुए आतंकी हमले में करीब 160 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.. उस दिन
आतंकियों ने होटल ताज सहित 6 जगहों पर एक साथ हमला किया था... सबसे बड़ा हमला
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल में किया गया था.. इसमें करीब 31 लोग मारे गए थे.. उस रात
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल इंसानी खून से रंग गया था... 26 नवंबर 2008 को
लगभग 60 घंटों तक सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई थी.. इस दौरान देश के
कई जवान शहीद हुए थे.. वहीं एटीएस चीफ हेमंत करकरे भी शहीद हो गए थे.. बता दें कि
जब ये आतंकी हमला हुआ था तो हेमंत करकरे घर पर थे.. और खाना खा रहे थे.. लेकिन रात
को 9.30 बजे जैसे ही उन्होंने टीवी खोला.. उन्होंने देखा कि मुंबई में आंतकी हमला
हुआ है.. इसके बाद वो अपने गार्ड के साथ आतंकियों से लोहा लेने निकल पड़े.... हेमंत
करकरे ने आतंकियों को रोकने की पूरी कोशिश की.. लेकिन एक आतंकी ने हेमंत करकरे को
धोखे से गोली मार दी... जिससे वो वहीं पर शहीद हो गए..इस घटना के बाद शहीद हेमंत
करकरे को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा गया था..
बता दें कि मुंबई हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान की तरफ से भेजा गया आतंकी अजमल कसाब था... वो आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का सदस्य था.. उसे लश्कर चीफ आतंकी हाफिज सईद ने ट्रेनिंग दी थी.. मुंबई आतंकी हमले को 10 आतंकियों ने आटोमेटिक गनों और ग्रेनेड हमले से अंजाम दिया था.. इस हमले में सभी आतंकी मारे गए थे.. वहीं आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था.. उसके ऊपर 4 साल तक केस चला.. इसके बाद 21 नवबंर 2012 को कसाब को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया.. वहीं इसी आतंकी हमले में पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली भी शामिल था. जो अमेरिका में बैठकर आतंकियों को निर्देश दे रहा था... 2010 में उसने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया.. इसके बाद डेविड हेडली को अमेरिका में जेल में डाल दिया गया..
आपको बता दें कि जब 11 सितंबर 2001 को अमेरिका
के ट्विन टावर पर आतंकी हमला हुआ था... तो अमेरिका ने आतंकवाद पर जीरो टालरेंस की
नीति बनाई थी.. इसके बाद अमेरिका ने वहां इतनी सख्ती बढ़ा दी कि फिर कभी अमेरिका
में आतंकी हमला नहीं हुआ.. वहीं इस्राइल भी आतंकवाद पर जीरो टालरेंस की नीति पर
चलता है.. फिलहाल भारत की वर्तमान सरकार आतंकवाद पर सख्त है.. लेकिन आतंकवाद पर
लगातार हमलावर रहने की जरूरत है.. जिससे फिर कभी भारत में मुंबई जैसा आतंकी हमला
ना होने पाये.. संपादन- सचिन शर्मा
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