भारत के पहले CDS जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) की जांच के लिए गठित की गई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट से एक बड़ा खुलासा सामने आया है। इस दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण खराब मौसम बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक दुर्घटना के कारणों को लेकर कोई भी आधिकारिक बयान सामने नही आया है। एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह की अगुवाई में जांच हुई जिसमें पाया गया कि खराब मौसम की वजह से पायलट का ध्यान भटक गया जिस वजह से यह हादसा हुआ।
सूचना के मुताबिक, वायुसेना की ओर से रिपोर्ट को लेकर कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, क्रैश के कारणों की जांच कर रही कमेटी ने यह पाया है कि खराब मौसम के कारण पायलट ‘डिसओरिएंट’ हो गए होंगे, जिसके चलते हादसा हुआ। तकनीकी भाषा में इसे सीएफआईटी यानि ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन’ कहा जाता हैं। वायुसेना (Air Force) की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए थे, जो हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी है।
आपको बता दें कि इस दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोगों की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद निरंतर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वायुसेना का ‘मी-17वी5’ हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो हुआ कैसे? वायुसेना ने दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था, जिससे कि हादसों के कारणों का साफ-साफ पता चल पाए।
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