बुधवार यानि 13 जनवरी को भारत और चीन के बीच 14वीं कोर कमांडर लेवल की बातचीत हुई है। लगभग 13 घंटे तक इन दोनों के बीच यह बैठक चली है। इसमें 14 कोर के नए प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व किया है। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में प्रयास किया गया कि पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में लगभग 20 महीने से जारी गतिरोध को कम किया जा सके।
सूचना के मुताबिक इस बातचीत का विशेष मकसद पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 (हॉट स्प्रिंग्स) क्षेत्र से डिसएंगेजमेंट पर है। LAC पर भले ही कुछ डिसएंगेजमेंट हुआ, लेकिन खतरा कम नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच डिस्कसन ऐसे माहौल में हो रहा है, जब चीनी सेना पैंगोंग के उस इलाके में पुल बना रही है जो लगभग 60 साल से उसके गैरकानूनी कब्जे में है। इसके साथ ही चीन ने अरुणाचल प्रदेश के पंद्रह स्थानों के नाम भी चेंज कर दिए, जिसे मजाक बताया जा रहा है। इतना ही नहीं चीन, पूर्वी लद्दाख में अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा है। इस पर भारत के आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने कड़ा अवरोध किया है।
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