देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन Mukesh Ambani के बंगले एंटीलिया के बाहर करीब 500 मीटर की दूरी पर एक स्कॉर्पियो गाड़ी मिली जिसमें करीब 21 जिलेटिन सिक्स पाए गए हैं।
इस घटना के बाद से पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और पुलिस ने छानबीन शुरू कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, दोपहर करीब 3:00 बजे के आसपास मुंबई पुलिस को जानकारी मिली थी कि Mukesh Ambani के घर के बाहर एक स्कॉर्पियो गाड़ी 12 घंटे से ज्यादा उस जगह पर किसी ने खड़ी कर के छोड़ दी है।
इसके बाद मौके पर गामदेवी पुलिस के स्टाफ पहुंचा और गाड़ी की जांच की जांच के दौरान पुलिस को गाड़ी संदिग्ध लगी। इसके बाद फौरन बीडीडीएस यानी कि बॉम स्क्वाड को इस बात की जानकारी दी गई और कुछ ही समय में बीडीडीएस की एक टीम मौके पर पहुंची जिसने उस कार का बड़ी ही बारीकी से मुआयना किया और उसमें से करीब 21 जोलिटीन स्टिक्स बरामद किये।
Mukesh Ambani नंबर प्लेट ने किया हैरान
मुंबई पुलिस के डीसीपी एस. चैतन्य ने जानकारी दी कि पुलिस ने जिस स्कॉर्पियो से 21 जिलेटिन स्टिक्स बरामद किए हैं उस गाड़ी पर जिस नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया गया था वह दरअसल नंबर प्लेट मुकेश अंबानी के सिक्योरिटी टीम की एक गाड़ी का नंबर प्लेट था।
इसके साथ ही, वह गाड़ी रिलायंस इंडस्ट्रीज के नाम पर रजिस्टर्ड है।पुलिस को जांच के दौरान उस कार में और भी कई नंबर प्लेट्स मिले और इनमें से कई नंबर प्लेट अंबानी की सिक्योरिटी टीम की गाड़ियों के नंबर है।
जांच एजेंसी अब यह पता लगाने में जुट गई है कि आखिर वह कौन है जिसने अंबानी की सिक्योरिटी टीम में चल रही गाड़ी का डुप्लीकेट नंबर प्लेट बनाया और इस गाड़ी पर इस्तेमाल किया।
इसके साथ ही, पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आखिर उस शख्स का क्या इरादा था और उसने स्कॉर्पियो गाड़ी यहां क्यों पार्क की और उसमें जिलेटिन स्टिक्स क्यों रखे गए।
Mukesh Ambani : 12 घंटे खड़ी थी
एक सीसीटीवी फुटेज के अनुसार आरोपी ने स्कॉर्पियो गाड़ी 25 तारीख की सुबह 1:00 बजे के करीब उस जगह पर पार्क की और करीब 3 से 4 घंटों तक वह गाड़ी से उतरा भी नहीं। स्कॉर्पियो के ड्राइवर ने एकदम सुबह जब देखा कि उस सड़क पर दूर-दूर तक कोई भी मौजूद नहीं है उसके बाद उसने धीरे से गाड़ी का दरवाजा खोला और वहां से फरार हो गया।
खबरों के अनुसार उस गाड़ी की जांच के दौरान उन्हें जिलिटीन स्टिक तो मिले ही थे, उस गाड़ी में उन्हें एक चिट्ठी भी मिली। यह चिट्ठी हाथ से नहीं लिखी थी बल्कि कंप्यूटर का इस्तेमाल कर अंग्रेजी भाषा मे टाइप कर उसका प्रिंट आउट निकाला गया था।
ऐसा इसलिए किया गया था ताकि जिस किसी ने भी उस चिट्ठी को लिखा है उसके हैंडराइटिंग उसके खिलाफ सबूत का हिस्सा ना बन सके। पुलिस ने बताया कि इस चिट्ठी में जो कंटेंट लिखे है वह टूटी फूटी इंग्लिश भाषा में हैं और "देख लेने" (यानी कि धमकी) जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
इतनी जिलेटिन से गाड़ी के उड़ सकते हैं परखच्चे
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बरामद किए गए जिलेटिन स्टिक्स किसी भी डेटोनेटर या फिर ऐसे सर्किट से जुड़े नहीं थे कि उसका इस्तेमाल कर धमाका किया जा सके।
पुलिस ने बताया कि कुल 21 जिलेटिन स्टिक्स बरामद हुए हैं और एक जिलेटिन स्टिक का वजन लगभग 125 ग्राम है। ऐसे में अगर इतने जिलेटिन स्टिक्स को धमाके के लिए इस्तेमाल करें तो स्कॉर्पियो जैसी गाड़ी के परखच्चे उड़ सकते हैं।
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