घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार (27 जनवरी) को ओपनिंग में Sensex 1,000 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। Nifty भी 17,000 के लेवल से नीचे आ गया। यूएस फ़ेडरल रिज़र्व बैंक की तरफ़ से इंटरेस्ट रेट जल्दी बढ़ाने के संकेत देने के बाद से एशियाई बाज़ार पिछले 14 महीनों की सबसे बड़ी गिरावट देख रहे हैं। आज (27 जनवरी) ओपनिंग के बाद सुबह 9:26 बजे BSE Sensex 1,011 अंक या 1.75 फ़ीसदी गिरकर 56,847 के लेवल पर पहुँच गया वहीं, Nifty इस दौरान 180 अंक या 1.62 गिरकर 16,998 के लेवल पर आ गया।
कारोबारियों की मानें तो, ‘विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व के ब्याज दरें जल्द बढ़ाने के संकेत से भी घरेलू शेयर बाज़ार की धारणा प्रभावित हुई है।’ दरअसल, अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने बुधवार (26 जनवरी) को संकेत दिए थे कि मुद्रास्फीति से निपटने के लिए वह मार्च में ब्याज दरें बढ़ा सकता है।
Nifty पर Tech Mahindra, Nestle, Wipro में सबसे ज़्यादा गिरावट दर्ज हो रही थी, वहीं, बस ONGC के शेयर हरे निशान में थे। BSE Sensex पर भी यही हाल था। 30 शेयरों पर आधारित इंडेक्स पर NTPC को छोड़कर बाकी सभी 29 शेयर नुकसान में चल रहे थे। सबसे ज़्यादा गिरावट Wipro, Tech Mahindra और HDFC Bank के शेयरों में आई थी।
बुधवार (26 जनवरी) को गणतंत्र दिवस पर बाज़ार बंद था, वहीं, मंगलवार (25 जनवरी) को शेयर बाज़ारों में गिरावट दर्ज हुई थी, लेकिन क्लोज़िंग में उसके पिछले 5 क़ारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर विराम लगा और BSE Sensex 367 अंक उछलकर बंद हुआ। वहीं, Nifty 128.85 अंक, यानी 0.75 प्रतिशत लाभ के साथ 17,277.95 अंक पर बंद हुआ था।
अन्य एशियाई बाज़ारों में हांगकांग, सियोल, शंघाई और टोक्यो में शेयर मध्य सत्र के सौदों में नुकसान के साथ क़ारोबार कर रहे थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.93 प्रतिशत बढ़कर 89.12 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाज़ार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने मंगलवार (25 जनवरी) को सकल आधार पर 7,094.48 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
0 komentar:
Post a Comment