BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। सोमवार यानि 27 दिसंबर की रात उनकी रिपोर्टस कोरोना पॉजिटिव आई है, जिसमें गांगुली में कोरोना के सामान्य लक्षण पाए गए हैं। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया है। एक साल के अंदर दूसरी बार 49 साल के गांगुली हॉस्पिटल पहुंच चुकें हैं। इससे पहले उन्हें जनवरी में हार्ट अटैक के कारण हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा था। उन्होंने कोरोना के टीके की दोनों डोज लगवा ली है। जिसके बावजूद भी उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते जा रहें हैं जिसके बीच गांगुली का संक्रमित होना चिंता का विषय है।
गांगुली भारत के अफ्रीका दौरे से पहले काफी विवादों में भी रहे थे। इस दौरे से ठीक पहले BCCI ने रोहित शर्मा को विराट कोहली की जगह पर वनडे का कप्तान बना दिया था। जिसके बाद गांगुली ने कहा था कि- “चयनकर्ताओं ने विराट से टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा था, लेकिन विराट नहीं माने और इस्तीफा दे दिया। वहीं, चयनकर्ताओं को सीमित ओवर क्रिकेट में दो अलग-अलग कप्तान रखने का फैसला सही नहीं लगा”। गांगुली ने इसके बाद चेतन शर्मा के साथ मिलकर विराट से बात की और उन्हें पूरा विजन समझाया। विराट के मानने के बाद ही रोहित को वनडे का कप्तान चुना गया।
गांगुली के स्टेटमेंट के बाद विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि "जब मैंने टी-20 की कप्तानी छोड़ी थी, मैं सबसे पहले बीसीसीआई के पास गया था। उन्हें अपने फैसले को लेकर जानकारी दी थी। मैंने अपने विचार और परेशानियां सबके सामने रखी थीं। बोर्ड ने इसे स्वीकार किया और मेरी परेशानियों को समझा। उन्होंने मुझसे एक बार भी अपने फैसले को पुनर्विचार करने के लिए नहीं कहा।" विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जमकर बवाल मचा और गांगुली से इस मामले में जवाब मांगा गया। देश-विदेश के कई खिलाड़ियों ने इस पर अपनी राय दी। इसके बाद गांगुली ने कहा "मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। बीसीसीआई इस मामले से सही तरीके से निपटेगा।"
फिर बढ़ रहे देश में कोरोना के केस-
देश में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोत्तरी आ रही हैं। मंगलवार यानि 28 दिसम्बर 2021 को कोरोना के 6358 नए मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 6450 लोग कोरोना से ठीक होकर घर वापस लौट चुकें हैं। वहीं देश भर में अब कोरोना के 75,456 सक्रिय मामले मौजूद हैं। राहत का विषय यह है कि इनमें से 98.40% लोग ठीक होकर अपने घर लौट रहे हैं।
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