Farmer protest : राजधानी दिल्ली के कई बाॅर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन पर सरकार से लेकर सेलेब्स तक की प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आ रही है। किसान आंदोलन को लेकर विभिन्न लोग अपना अपना तर्क सोशल मीडिया के द्वारा दे रहे है।
ये समर्थन पक्ष - विपक्ष दोनों पर आधारित है। किसी का समर्थन देश की एकजुटता में है तो कोई अन्नदाता के साथ खड़ा है।
इस मुद्दे पर अब तक कंगना रनोट, अक्षय कुमार, अजय देवगन, स्वरा भास्कर, तापसी पन्नू, सहित कई हस्तियों के विचार आ चुके है। अब सलमान खान ने भी किसान आंदोलन को लेकर अपना बयान दिया है।
ऐसे में सलमान जब एक समारोह में पहुंचे तो वहां उनसे किसान आंदोलन के बारें में सवाल करते हुए एक रिर्पोटर ने पूछा कि क्या आप किसान आंदोलन के लिए कुछ कहना चाहेंगे ? तो सलमान खान ने जवाब देते हुए कहा -“ बोलूंगा...... क्यों नहीं, बोलूंगा...........जो सही हो वही होना चाहिए, जो सबसे ठीक हो वो ही किया जाना चाहिए ।
जो सबसे नेक हो वहीं किया जाना चाहिए ।“ ऐसा पहली बार है कि सलमान खान ने पहली बार किसान आंदोलन के लिए अपना बयान दिया है।
किसान आदोंलन की गूंज अब अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है। हाल ही में अमेरिकन सिंगर रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और मिया खलीफा ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया था। जिसके बाद भारत में यह चर्चा का विषय बन गया है।
भारत सरकार ने जबाव देते हुए कहा ”इस तरह की टिप्पणियां न तो सटीक है और न ही जिम्मेदार हैं खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा इसको लेकर बयान सामने आए। ऐसी टिप्पणी करने से पहले सच्चाई जान ली जानी चाहिए।”
इससे पहले विदेशी सिंगर रिहाना ने ट्वीट के जरिये बयान देते हुए कहा था कि हम इस बारें में बात क्यों नहीं कर है। उनके इस बयान के बाद स्वरा भास्कर , दिलजीत दोसांझ सहित कई सेलेब्स ने विदेशी सिंगर का समर्थन किया तो वही कंगना ने किसानों को आतंकवादी और रिहाना को बेवकूफ कहा ।
किसान आंदोलन को लेकर आज भी संसद में हंगामें का माहौल है। राज्यसभा में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा जारी हैं। इसी के साथ किसानों के विषय पर भी बात चल रही है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में बातचीत हुई है जिसमें उन्होंने किसानों के साथ खड़े होने की बात की है।
चर्चा पर कृषि मंत्री ने किसानों को हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत बताया । साथ ही कृषि मंत्री ने कहा कि 15वें वित आयोग ने ग्राम पंचायतों को 2.36 लाख करोड़ रुपये प्रदान करने की सिफारिश की है, जिसे मंत्रिमंडल ने स्वीकृत कर लिया है । इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य सेवा के लिए लगभग 43,000 करोड़ रुपये स्वीकार किए गए हंै।
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा कि किसानों को अपने अधिकारों के लिए लड़ने और न्याय पाने के लिए मजबूर होना पड़ा। जो स्थिति पैदा हुई है, उसके लिए भारत सरकार जिम्मेदार हैै।
मैं विरोध के दौरान मारे गए 194 किसानों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमें गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के प्रति सहानुभूति है।
DIGITAL DESK PUBLISHED BY- TUSHITA SRIVASTAVA
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