पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़, जिन्हें 'द वॉल' के रूप में जाना जाता है, वह सब कुछ करने के लिए प्रसिद्ध हैं जो टीम ने उनके शानदार करियर के दौरान उनसे पूछा; और उन्होंने टीम इंडिया को असंख्य लड़ाइयों में ताल ठोकने में मदद की।
राहुल द्रविड़ 48 साल के हो गए, आइए नजर डालते हैं टेस्ट क्रिकेट में उनकी कुछ बेहतरीन पारियों पर-
जब कोई राहुल द्रविड़ की महान दस्तक के बारे में सोचता है, तो 2001 में ईडन गार्डन्स पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने 180 के पार जाना मुश्किल है। बल्लेबाज द्वारा इस पारी को अभी भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे गंभीर नॉक में से एक के रूप में देखा जाता है।
48 साल के राहुल द्रविड़ को क्रिकेट की दुनिया में मिस्टर डिपेंडेबल या वॉल जैसी संज्ञाओं के साथ सम्मान दिया जाता रहा है. टेस्ट क्रिकेट की दुनिया में राहुल द्रविड़ ने खूब नाम कमाया. भारतीय टीम के वो ऐसे बल्लेबाज थे जो पिच पर उतरने के बाद आउट होने का नाम नहीं लेते थे.
राहुल द्रविड़ का जिक्र आज इसलिए क्योंकि उनका बर्थडे है. 48 साल के द्रविड़ को क्रिकेट की दुनिया में मिस्टर डिपेंडेबल या वॉल जैसी संज्ञाओं के साथ सम्मान दिया जाता रहा है. टेस्ट क्रिकेट की दुनिया में द्रविड़ ने खूब नाम कमाया. भारतीय टीम के वो ऐसे बल्लेबाज थे जो पिच पर उतरने के बाद आउट होने का नाम नहीं लेते थे. बॉलर हमेशा इसी इंतजार में रहते थे कि द्रविड़ कोई चूक करें या कम से कम शॉट ही खेलें. मगर, राहुल द्रविड़ हमेशा अपनी सेफ बॉल पर ही शॉट खेलते थे.
ऐसा ही एक दिलचस्प मौका आया था ऑस्ट्रेलिया के सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में, जहां टीम इंडिया टेस्ट मैच खेल रही थी. ये टेस्ट सीरीज 2007-08 की थी. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर चार टेस्ट मैच खेले थे. दूसरा टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था. वो महीना भी जनवरी ही था. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 463 रन बनाए थे. जवाब में खेलने उतरी टीम इंडिया की तरफ से वसीम जाफर और राहुल द्रविड़ ने ओपनिंग की थी.
वह दिन जब राहुल द्रविड़ ने लगातार 40 डॉट बॉल खेलीं
पारी के सातवें ओवर में ही वसीम जाफर 3 रन बनाकर आउट हो गए थे. अब क्रीज पर राहुल द्रविड़ के साथ थे वीवीएस लक्ष्मण. दोनों का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमेशा अच्छा रहा है. उस दिन भी दोनों की जोड़ी टिक गई. मगर, द्रविड़ ने जब 18 रन बना लिए तो उसके बाद वो लगातार डॉट बॉल खेलते रहे. ब्रेट ली, मिशेल जॉनसन और साइमंड्स जैसे बॉलरों ने हर कोशिश कर ली. मगर राहुल द्रविड़ अपने ही अंदाज में हर बॉल को डिफेंस करते रहे.
कई स्लिप और सिली प्वाइंट के साथ ऑस्ट्रेलियाई बॉलरों ने क्या कुछ नहीं आजमाया, मगर राहुल द्रविड़ नहीं डिगे. इस तरह उन्होंने 40 डॉट बॉल खेल डालीं और अंतत: जब 41वीं बॉल पर सिंगल दौड़ा तो पूरे मैदान में दर्शक खड़े हो गए और खूब तालियां बजाईं.
राहुल द्रविड़ ने अपनी उस पहली पारी में कुल 53 रन बनाए थे जिसके लिए उन्होंने 160 बॉल खेली थीं. राहुल द्रविड़ करीब 240 मिनट यानी चार घंटे पिच पर रहे थे. 33 का स्ट्राइक था और पारी में 9 चौके लगाए थे. जबकि दूसरी पारी में राहुल द्रविड़ ने 38 रन बनाए थे. वो मैच ऑस्ट्रेलिया ने 122 रनों से जीत लिया था. मगर, मैदान पर पहली पारी में राहुल द्रविड़ के स्लो खेलने पर जो तालियां तंज की बजाई गई थीं, उनकी खूब चर्चा हुई. हालांकि, मिस्टर कूल द्रविड़ ने उस वक्त हवा में बल्ला लहराकर ऐसे अभिवादन स्वीकार किया था मानो उन्होंने शतक जड़ दिया हो.
कमेंट्री में भी इसे लेकर खूब चर्चा हुई. इस दृश्य पर कोई विवाद नहीं था, बल्कि उसको ह्यूमर के तौर पर लिया गया था. लेकिन ताजा सीरीज में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के तेज बॉलर मोहम्मद सिराज के साथ जो हुआ वो ऐसा था कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को खेद जाहिर करना पड़ा है. यहां तक कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भी ट्वीट करना पड़ा. सचिन ने नस्लीय टिप्पणी पर कहा है कि क्रिकेट भेदभाव नहीं करता, ऐसे लोगों के लिए मैदान में कोई जगह नहीं है. बता दें कि दर्शकों ने सिराज Brown Dog तक कह दिया था.
राहुल द्रविड़ का टेस्ट क्रिकेट में खास वर्ल्ड रिकॉर्ड
राहुल द्रविड़ के नाम टेस्ट फॉर्मेट का खास रिकॉर्ड दर्ज है. उनके नाम टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है. राहुल द्रविड़ ने अपने 16 साल के करियर में 31,258 गेंदों का सामना किया और कुल 736 घंटे क्रीज पर बिताए, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
लगातार 94 टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड
अपने शानदार खेल की वजह से 'द वॉल' उपनाम हासिल करने वाले राहुल द्रविड़ ने लगातार 94 टेस्ट खेले हैं. उन्होंने 93 टेस्ट भारत तो एक आईसीसी इलेवन के लिए खेला है. वह ऐसा करने वाले सुनील गावस्कर (106) के बाद दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. वर्ल्ड रिकॉर्ड एलन बॉर्डर (153) के नाम है.
सभी देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी
टीम इंडिया के इस दिग्गज खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में नंबर 3 पोजिशन पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे पहले 10000 रन बनाने का श्रेय हासिल है. जबकि वह टेस्ट खेलने वाले सभी देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं.
पहले टेस्ट में लॉर्ड्स पर खेली थी 95 रन की पारी
राहुल द्रविड़ ने लॉर्ड्स के मैदान पर अपने पहले टेस्ट मैच में 95 रन बनाए थे. लेकिन सौरव गांगुली की शतकीय पारी में उनकी पारी कहीं खो गई. 11 जनवरी 1973 को इंदौर में जन्में राहुल द्रविड़ अपनी स्टाइलिश बैटिंग के लिए जाने जाते हैं.
ऑस्ट्रेलिया में लक्ष्मण के साथ की 376 रन की साझेदारी
2001 में कोलकाता टेस्ट में वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ के बीच 376 रन की साझेदारी टेस्ट क्रिकेट का एक यादगार लम्हा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टेस्ट में लक्ष्मण ने 281 रन तो द्रविड़ ने 180 रन बनाए थे.
द्रविड़ आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल होने वाले 5वें भारतीय
राहुल द्रविड़ आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल होने वाले भारत के पांचवें क्रिकेट खिलाड़ी हैं. उनसे पहले बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, सुनील गावस्कर और अनिल कुंबले इस सूची में जगह बना चुके हैं.
सचिन के साथ साझेदारी का रिकॉर्ड
सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बीच टेस्ट क्रिकेट में 20 शतकीय साझेदारियां हुई हैं. जबकि इन दोनों ने पार्टनरशिप में करीब 7000 रन जोड़े हैं. यह दोनों वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं. वैसे राहुल ने टेस्ट क्रिकेट में विभिन्न बल्लेबाजों के साथ 738 बार शतकीय साझेदारी की है. वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल 750 पार्टनरशिप के साथ नंबर वन हैं.
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