कश्मीर में पर्यटकों की मौजा ही मौजा!


     कश्मीर में पर्यटकों की मौजा ही मौजा!

  • कश्मीर में बर्फबारी, ठंड से कांपा उत्तर भारत
  • कश्मीर में इस साल की सबसे ज्यादा बर्फबारी
  • घाटी पहुंचे सैलानी ले रहे बर्फबारी का मजा
  • गुलमर्ग में चारों ओर बिखरी बर्फ ही बर्फ
  • पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढकीं
  • पर्यटकों ने कहा, जन्नत से कम नहीं कश्मीर
  • बर्फबारी और ठंड बढ़ने से शुरू हुईं दिक्कतें
  • श्रीनगर में ट्रांसपोर्ट और टेलीफोन सेवाएं हुईं ठप
  • लोगों को आवागमन में हो रही दिक्कत




कश्मीर का जिक्र जुबां पर आते ही तरह तरह के नगमें याद आते हैं.. जैसे, कितनी खूबसूरत ये तस्वीर है... ये कश्मीर है.... ये कश्मीर है.. और जन्नत की ये तस्वीर है तस्वीर ना देंगे... कश्मीर है भारत का कश्मीर ना देंगे... ऐसे ही ना जाने कितने नगमे कश्मीर की खूबसूरती को देखते हुए गाए गए है.. उसी कश्मीर का सौंदर्य ठंड बढ़ने के साथ बढ़ने लगा है.. कश्मीर में चारों ओर बर्फ की चादर बिछी हुई हैं.. कश्मीर के पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढक गई हैं.. बर्फबारी ने कश्मीर की सुंदरता में चार चांद लगा दिए हैं.. कश्मीर में घूमने आए पर्यटक बर्फबारी का जमकर जुत्फ उठा रहे हैं... वहीं बर्फबारी के कारण कश्मीर के स्थानीय लोगों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.. लोगों को आवागमन में दिक्कत आ रही है.. वहीं संचार सेवाएं ठप हो गई हैं.. 


कश्मीर भारत का मुकुट माना गया है.. कश्मीर भारत की आन-शान और बान है.. कश्मीर की सुंदरता की किस्से इतने ज्यादा हैं कि लफ्जों में बयां नहीं किया जा सकता.. कश्मीर का सौंदर्य साल भर रहता हैं.. लेकिन बर्फबारी के दौरान यहां की खूबसूरती खिलकर सामने आती है.. यहीं बर्फबारी पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है... वहीं बर्फबारी से जहां पर्यटकों को आनंद आता है.. वहीं स्थानीय लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.. स्थानीय लोगों को ना केवल आवागमन में दिक्कत आती है.. बल्कि संचार सेवाएं भी ठप हो जाती हैं.. कश्मीर के गुलमर्ग में जहां बर्फ ही बर्फ बिछी है, वहीं श्रीनगर में खराब मौसम के कारण हाईवे जाम हो गया है... कश्मीर में भारी बर्फबारी के चलते जहां कई पेड़ उखड़ गए हैं... वहीं जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क भी टूट गया है.... श्रीनगर के कई इलाकों में टेलीफोन लाइनें भी बर्फबारी की वजह से ठप हैं.


बता दें कि कश्मीर घाटी में 3 महीने बाद 11 नवंबर से रेल सेवा को बहाल करने का फैसला किया गया है... लेकिन मौसम ने जिस तरह करवट ली है, उससे रेल सेवा पर भी असर पड़ रहा है.... आपको बता दें कि 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने धारा 370 को जम्मू-कश्मीर से हटा दिया था.. इसके बाद बनिहाल-बारामूला रेल सेवा रोक दी गई थी... वहीं लोगों को और भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था... जम्मू कश्मीर में धारा 370 खत्म होने के बाद ये पहली बर्फबारी है... जम्मू कश्मीर में इस समय मौसम सामान्य है.. वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में ये एक बार फिर करवट बदलेगा.. वहीं जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर लगातार हो रहे भूस्खलन के बीच रामबन के माहौर में ताजा भूस्खलन से यातायात बंद हो गया है.. वहीं जम्मू और लद्दाख में सामान्य से भारी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.. श्रीनगर में इस समय तापमान सामान्य से करीब 13.8  डिग्री नीचे 4.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया... वहीं जम्मू में अधिकतम तापमान 26.1 और न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस रहा.. प्रदेश में सबसे कम तापमान कुकरनाग का रहा.. यहां पर अधिकतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान माइनस 0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया... वहीं श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा में अधिकतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है..


जम्मू कश्मीर में ठंड जहां पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है.. और लोगों को रोजगार भी मिलता है.. वहीं बर्फबारी यहां समस्या भी लेकर आती है.. स्थानीय लोगों का जहां घरों से निकलना दूभर हो जाता है.. वहीं बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते हैं.. वहीं रास्तों में बर्फ जमने के कारण आवागमन भी बाधित हो जाता है... इसके साथ ही सीमा पर तैनात सैनिकों को भी बहुत दिक्कत होती है.. इसी के साथ बर्फबारी के कारण राहत की बात ये होती है.. कि ठंड बढ़ते ही आतंकियों की घुसपैठ काफी हद तक कम हो जाती है.. ऐसे में बर्फबारी के जहां फायदें हैं वहीं अपने कुछ नुकसान भी हैं... कश्मीर में फिलहाल तो पर्यटकों की मौज ही मौज है.. क्योंकि पर्यटक वाजिब दामों में भारत में ही स्विट्जरलैंड का मजा ले रहे हैं. संपादन- सचिन शर्मा

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