Uttarakhand के चमोली जिले में त्रासदी के बाद लापता लोगों को ढूंढ़ने का कार्य जारी है, इस हादसे के बाद करीब 200 लोग लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों में यहां चल रहे कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे श्रमिक भी शामिल हैं।
इसके अलावा Uttarakhand के आसपास के गावों के कुछ स्थानीय लोग भी लापता हुए हैं। वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अब तक 29 शवों को बरामद किया जा चुका है। मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान
उधर, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने त्रासदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। आरके सिंह ने कहा कि एनटीपीसी की परियोजना में काम कर रहे 93 श्रमिक लापता हैं। हमें लगता है कि वे लोग बचे नहीं हैं। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि 49 लोग अभी भी सुरंग में फंसे हुए हैं। मारे गए श्रमिकों के परिवार को 20-20 लाख रुपये देने को कहा गया है।
हरियाणा सरकार देगी 11 करोड़
Uttarakhand त्रासदी के बाद हरियाणा सरकार ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उत्तराखंड त्रासदी कोष में 11 करोड़ रुपये दिए हैं। सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार देवभूमि उत्तराखंड को हर सम्भव सहायता देगी।
Uttarakhand की मदद के लिए यूपी सरकार ने भी मदद के दरवाजे खोले हैं। उत्तराखंड में फंसे लोगों को बाहर निकालने में सहयोग देने के साथ यूपी सरकार ने इमरजेंसी ऑपरेशन कंट्रोल रूम भी स्थापित किया। जिसके लिए हेल्पलाइन के साथ व्हाट्सएप नम्बर भी जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने Uttarakhand राज्य सरकार से समन्वय के लिए दो अधिकारियों को देहरादून भेजने के निर्देश दिए हैं। साथ ही गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा से उत्तराखंड सरकार से समन्वय स्थापित कर प्रदेश के प्रभावित और लापता लोगों की खोज की कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
एम ने निर्देश दिया कि जो घायल हैं उनके इलाज के लिए जो संभव सहायता हो वो यूपी सरकार की ओर से दिया जाए। यूपी के लोग जो वहां मृतक होंगे उन्हें सीएम कोष से 2 लाख रुपए देने का निर्देश दिया गया है।
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