कोरोना महामारी के बीच केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार डिजिटल बजट पेश किया। कोविड 19 के कारण झटका झेल रही अर्थव्यवस्था को देखते हुए बजट से सभी को खास उम्मीदें थीं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की छह लोगों की टीम ने खास परिस्थितियों में बजट तैयार किया। इस बार टीम में दो नए चेहरे हैं। जानिए वित्तमंत्री सीतारमण की बजट टीम के बारे में
कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यन दिसंबर 2018 में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किए गए थे। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से पीएचडी की डिग्री ली है। वह देश के सीईए बनने से पहले इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर थे। उन्हें बैंकिंग, कॉर्पोरेट प्रशासन और आर्थिक नीति का विशेषज्ञ माना जाता है। सुब्रमण्यन ने सेबी की स्थायी समितियों के सदस्य के रूप में काम किया है। अपनी कॉर्पोरेट नीति के काम के तहत, वह बंधन बैंक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बैंक मैनेजमेंट और आरबीआई अकादमी बोर्डों के लिए काम कर चुके हैं। लॉकडाउन के बाद सुब्रमण्यन ने अनुमान जताया था कि अर्थव्यवस्था वी शेप में उबरेगी।
1988 हरियाणा बैच के आईएएस अधिकारी तरुण बजाज वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव हैं। वित्त मंत्रालय आने से पहले वह प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में भी काम कर चुके हैं। उन्होंने कई राहत पैकेजों पर काम किया है। लॉकडाउन के दौरान तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को आकार देने में बजाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही। बजट में उनके सुझाव ने कई अहम योजनाओं में मदद की।
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