Aero India 2021: आसमान में आत्मनिर्भर भारत की उड़ान, देखें एरो इंडिया शो में लड़ाकू विमानों की गरज

 

Aero India 2021

रक्षा क्षेत्र में आज का दिन बहुत ही खास है कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू Aero India 2021 में पूरी दुनिया आसमान में आत्मनिर्भर भारत की उड़ान देख रही है। शौर्य के साथ सटीक हमला, पराक्रम के साथ आक्रामकता और रफ्तार से दुश्मन पर वार। ये सब आज बेंगलूरू के आसमान में आज आप देख सकते हैं। बता दें कि आज इंडिया शो Aero India 2021  के 13वें संस्करण का आज से आगाज हो गया है।

Aero India 2021 

दरअसल, 5 फरवरी तक चलने वाले एशिया के इस सबसे बड़े एयरो-शो Aero India 2021 में आत्मनिर्भर फॉर्मेशन से शुरूआत हुई। इस फॉर्मेशन में भारत, अपने उन विमानों का प्रदर्शन कर रहा है, जो स्वदेशी टेक्निक से बनकर तैयार हुए हैं।

बता दें कि रूस की मदद से भारत में ही तैयार किए जा रहे सुखोई लड़ाकू विमान, भी आसमान में गरजते दिखाई पड़ें। एयरो शो, Aero India 2021 हर दो साल में एक बार आयोजित होता है। जिसमें रक्षा क्षेत्र से जुड़ी देश-दुनिया की कई कंपनियां हिस्सा लेती हैं।

Aero India 2021 

इस बार भी नया रिकॉर्ड बना है, क्योंकि एयरो शो Aero India 2021  में देश विदेश की करीब 600 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। जिसमें 14 देशों की 78 विदेशी कंपनियां शामिल हैं। 203 कंपनियां अपने हथियारों और दूसरे सैन्य-साजो सामान को वर्चुअली प्रदर्शित करेंगी। इसीलिए इसे 'हाईब्रीड-मोड' प्रदर्शनी का नाम दिया गया है।

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वायुक्षेत्र में भारत के बढ़ते दबदबे की ही देन है कि दुनिया की हर बड़ी रक्षा कंपनी अब मेक इन इंडिया के तहत ही भारत में हथियारों का निर्माण करना चाहती हैं। फिर चाहे वो अमेरिका की बोइंग कंपनी हो जो भारत में एफ-15ईएक्स फाइटर जेट बनाना चाहती है या फिर एयरबस जो टाटा के साथ मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट तैयार करना चाहती है।

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इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि HAL को 83 नए स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के विकास के ऑर्डर मिले हैं - भारतीय वायु सेना से तेजस MK1A का मूल्य 48000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह अब तक का सबसे बड़ा "मेक इन इंडिया" डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट है।

वायुक्षेत्र में भारत के बढ़ते दबदबे की ही देन है कि दुनिया की हर बड़ी रक्षा कंपनी अब मेक इन इंडिया के तहत ही भारत में हथियारों का निर्माण करना चाहती हैं।

फिर चाहे वो अमेरिका की बोइंग कंपनी हो जो भारत में एफ-15ईएक्स फाइटर जेट बनाना चाहती है या फिर एयरबस जो टाटा के साथ मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट तैयार करना चाहती है।

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