लखनऊ का पानी पीने लायक नहीं!


                 लखनऊ का पानी पीने लायक नहीं है


 पूरे देश में इस समय साफ पानी का संकट है. केंद्र सरकार की रिपोर्ट तो हमें यही इशारा कर रही है.. केंद्र सरकार ने जारी की पानी की रैंकिंग.21 राज्यों में लिये गए पानी के नमूने..मुंबई का पानी सबसे बेहतर..दूसरे स्थान पर है हैदराबाद..दिल्ली-पटना का पानी सबसे खराब..लखनऊ का भी हाल है बुरा..लखनऊ की आधी से ज्यादा आबादी पी रही गंदा पानी.. साफ पानी मयस्सर नहीं करवा पा रही सरकार?.. आखिर कब दूर होगा साफ पानी का संकट?.. साफ पानी की पहुंच सिर्फ अमीरों तक ही क्यों?




देश की राजधानी दिल्ली और यूपी की राजधानी लखनऊ का पानी पीने लायक नहीं है.. ये हम नहीं कह रहे.. बल्कि एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है... केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की है.. इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली और लखनऊ का पानी पीने लायक नहीं है.. ये रिपोर्ट दिल्ली समेत देशभर में 20 राज्यों में पानी के नमूने के आधार पर जारी हुई है... केंद्रीय मंत्री के खुलासे से दिल्ली और लखनऊ के लोगों के माथे पर शिकन पैदा कर दिया है.. आइये जानते हैं किस राज्य में किस राजधानी का पानी पीने लायक है.. और देश में साफ पानी का संकट क्यों आ गया है... 





कभी नदियों को भगवान की तरह पूजने वाले देश में आज साफ पानी का अकाल है.. जैसे जैसे लोगों की लाइफ स्टाइल बदल रही है.. पीने का पानी भी वैसे वैसे गंदा होता जा रहा है.. केंद्रीय खाद्य एंव प्रसंसकरण मंत्रालय की रिपोर्ट तो हमें ये ही इशारा कर रही है.. आपको बता दें कि पीएम मोदी अपने भाषण में अक्सर कहते है कि हर घर को साफ पानी उपलब्ध करवाएंगे.. पीएम मोदी कहते हैं कि वो 2024 तक हर घर को साफ जल उपलब्ध करवाएंगे.. लेकिन फिलहाल हालातों को देखकर ऐसा लगता नहीं है कि 2024 तक केंद्र सरकार साफ पानी उपलब्ध करवा पाएंगी.. देश की राजधानी दिल्ली और यूपी की राजधानी लखनऊ के पानी की जो दशा है वो चिंता पैदा कर रही है.. केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान कहते हैं कि ये सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश की समस्या है... केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश की दो सबसे बड़ी समस्या है.. एक साफ पीने का पानी और दूसरा वायु प्रदूषण..... उन्होंने कहा कि उनका मकसद लोगों को स्वच्छ पानी देना है.. वो राजनीति नहीं करना चाहते... लेकिन इस रिपोर्ट के आने से तय है कि अब आरोप और प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो जाएगा.. आइये आपको हम बताते हैं कि किस राज्य में क्रमवार कितना गंदा है पानी...


साफ पानी वाली राजधानियों की क्रमवार रैंकिंग

1-मुंबई
2-हैदराबाद
3-भुवनेश्वर
4-रांची
5-रायपुर
6-अमरावती
7-शिमला
8-चंडीगढ़
9-त्रिवेंद्रम
10-पटना
11-भोपाल
12-गुवाहाटी
13-बेंगलुरु
14-गांधी नगर
15-लखनऊ
16-जम्मू
17-जयपुर
18-देहरादून
19-चेन्नई
20-कोलकत्ता
21-दिल्ली

बता दें कि देश में पानी के गंदा होने के कई कारण हैं.. इसमें टेनरियों का गंदा पानी नदी में बहाया जाना और सीवेज का पानी नदी में फेंकना प्रमुख है.. वहीं देश में निकलने वाले कूड़े को भी नदियों में ही बहा दिया जाता है... इस समय देश की कोई भी नदी ऐसी नहीं है जो प्रदूषित ना हो.. इसके साथ ही भूगर्भ जल भी प्रदूषित होता जा रहा है.. खेतों में कीटनाशक के इस्तेमाल से जमीन का पानी गंदा होता जा रहा है.. वहीं वायु प्रदूषण भी पानी को गंदा करने के लिए जिम्मेदार है.. हम जो भी प्रदूषण फैलाते हैं वो घूमकर हमें वापस मिल जाता है.. मान लीजिये कि अगर हम वायु प्रदूषण कर रहे हैं तो बरसात के बाद ये आसमानी गंदगी जमीन पर गिरेगी और धीरे धीरे जमीन में जाएगी और उसका पानी गंदा हो जाएगा... इसके साथ ही नलों में गंदा पानी आने का कारण ये है कि कई जगहों पर पाइपलाइन में लीकेज है.. पाइपलाइन में लीकेज होने से सीवर का पानी उसमें मिल जाता है..... इससे पानी गंदा हो जाता है.. वहीं फैक्ट्रियों का कच्चा माल नदियों में फेंक दिया जाना भी इसमें शामिल है..


राजधानियों की क्रमवार रैंकिग ने देश की जनता को चिंता में डाल दिया है.. इस रिपोर्ट से तो यही साबित हो रहा है कि ज्यादातर राजधानियों में लोग गंदा पानी पी रहे हैं. इस गंभीर समस्या पर सरकारों को दीर्घकालीन योजना बनाने की जरूरत है.. पानी की गंदगी मानव जनित है इसलिए इसे मनुष्य को ही साफ करना होगा.. फिलहाल देखना अहम होगा कि साफ पानी केवल अमीरों को ही मयस्सर होगा या गरीबों को भी कभी साफ पानी मिलेगा.. फिलहाल सरकार की सुस्त चाल को देखकर से ऐसा लगता नहीं कि लोगों को साफ पानी नसीब होगा... 

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